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ताऊ ते चक्रवात को देखते हुए सभी विभाग अलर्ट मोड पर रहे- जिला कलक्टर

Kotatimes

Updated 3 years ago

KOTATIMES MAY 17, 2020 जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि ताऊ ते चक्रवात के कारण सभी विभाग अलर्ट मोड पर रहकर आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी संसाधनों की उपलब्धता रखते हुए जरूरत पड़ने पर त्वरित सहायता के लिए तैयार रहे।
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जिला कलक्टर सोमवार को टैगोर सभागार में ताऊ ते चक्रवात की संभावना को देखते हुए आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चक्रवात के समय वर्षा एवं आंधियां चलने की संभावना है, इससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। सभी विभाग आवश्यक तैयारियों के साथ आपदा प्रबंधन के लिए उपलब्ध संसाधनों की जांच करवाकर टीम के साथ पूरी तैयारी से रहे। उन्होंने कोविड संक्रमण के दौरान आने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए कोविड इलाज के लिए चिन्हित सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति एवं भंडारण के लिए पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में विद्युत आपूर्ति निर्बाध रखने के लिए जनरेटर सेट लगाकर उसका ड्राइरन करके रखे, जिससे आवश्यकता पड़ने पर काम लिया जा सके। उन्होंने अस्पतालों में काम आ रही ऑक्सीजन के उत्पादन को निर्बाध बनाये रखने के लिए दोनों प्लांटों पर विद्युत जनरेटर सेट की व्यवस्था रखने तथा आवश्यक उपकरण एवं मानव संसाधन को दक्षता के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने जिले में सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों के आवागमन को सुचारू रखने के लिए प्रत्येक रोड़ पर एम्बुलेंस, क्रेन एवं गिरे हुए पेड़ों को हटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सभी जल स्रोतों की जांच कर अधिक वर्षा के समय पानी भराव वाले स्थानों एवं पानी निकासी की व्यवस्था का प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जलदाय विभाग को सभी पेयजल स्रोतों पर विद्युत व्यवधान के समय वैकल्पिक रूप से पेयजल सप्लाई चालू रखने इंतजाम करने निर्देश दिए।
 
विभागवार दायित्व-
जिले में ताऊ ते चक्रवात के समय नगर निगम शहरी क्षेत्र में अग्निशमन बेडा तथा आपदा प्रबंधन दल को आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड पर रखेंगे। पंचायतराज विभाग ब्लॉकवार नियंत्रण कक्ष स्थापित कर ग्राम पंचायत स्तर तक विद्युत एवं पेयजल सप्लाई तथा आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की मॉनिटरिंग करेंगे। सार्वजनिक निर्माण विभाग प्रत्येक प्रमुख मार्ग पर एम्बुलेंस एवं क्रेन व पेड़ हटाने के लिए टीम मय संसाधनों के रखेंगे। प्रशासन द्वारा सेना को भी अलर्ट मोड पर रहने का आव्हान किया है। एसडीआरएफ की टीम भी सभी संसाधनों के साथ तैयार रहेगी। शहरी निकाय भी लगातार नियंत्रण कक्ष बनाकर प्रत्येक गतिविधि पर निगरानी रखेंगे। ग्रामीण अथवा शहरी क्षेत्रों में विद्युत के तार ढीले होने की सूचना ग्राम पंचायत एवं शहरी निकाय द्वारा विद्युत निगम को दी जायेगी जिसे शीघ्र दुरस्त किया जायेगा। जिले में प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 10 तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 5 ऑक्सीजन कंसलट्रेटर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा भिजवाये जायेंगे। पुलिस सभी थाना क्षेत्रों अलर्ट मोड पर रहेगी। कोई भी अधिकारी 19 मई तक बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेगा।
आमजन से अपील-
जिला कलक्टर ने आम नागरिकों से अपील की है कि ताऊ ते चक्रवात के समय जिले में आंधी चलने एवं वर्षा आने की संभावना है, ऐसे में टीनशैड के बने हुए आवास, पेड़-पौधे एवं कच्चे आवासों के पास नहीं रहे। आम नागरिक किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास नहीं करते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी एडवाईजरी की पालना करे। विद्युत तंत्र एवं जलभराव के क्षेत्रों, नदी-नालो से भी इस दौरान दूर रहे। नागरिक अनावश्यक कार्य से चक्रवात के समय घर से बाहर नहीं निकले।
ये रहे उपस्थित-
बैठक में अतिरिक्त कलक्टर शहर आरडी मीणा, प्रशासन नरेन्द्र जैन, आयुक्त नगर निगम उत्तर वासुदेव मालावत, दक्षिण कीर्ति राठौड़, प्रशिक्षु आईएएस मृदुल सिंह, सीईओ जिला परिषद प्रतिभा देवठिया, एएसपी ग्रामीण पारस जैन, मुख्यालय राजेश मील, सेना के मेजर जितेन्द्र सिंह, अधीक्षक अभियंता विद्युत वीके अग्रवाल और अधीक्षण अभियंता सानिवि राजेश सोनी, अधीक्षक अभियंता सिंचाई आरके जैमनी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।