ईद उल फितर के अवसर पर नवनियुक्त ईमाम शहर क़ाज़ी बूंदी मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी ने नमाज अदा कराई

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Updated 3 years ago

नमाज अदा करते हुए

अनुभव मित्तल बूंदी! ईद उल फितर के अवसर पर मीरा गेट स्थित मुख्य बड़ी ईदगाह मीरा का बाग़ ईदगाह जैतसागर रोड़ बूंदी में नवनियुक्त ईमाम शहर क़ाज़ी बूंदी मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी ने नमाज अदा कराई इसके बाद खुत्बा पढ़ा गया इस अवसर पर मुल्क में अमन चैन व खुशहाली और दुनिया से कोरोना वायरस खात्मे की दुआ की गई! शुक्रवार को मुख्य बड़ी ईदगाह मे नवनियुक्त इमाम और शहर क़ाज़ी बूंदी मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी ने कहा कि मुसलमान अपने ईमान वह दीन पर कायम रहे तो अल्लाह उसकी मदद फरमाऐगा । उन्होंने कहा कि इस दौर में हमें समझदारी और हिकमत से काम लेने की जरूरत है हमे हमेशा राहें हक पर चलना चाहिए हमेशा गरीबों की मदद करते रहना चाहिए ईद-उल-फितर का बड़ा महत्व है। यह त्योहार पाक रमजान महीने के बाद आता है। रमजान के पूरे महीने लोग रोजा रखते हैं और मस्जिदों में तराबीह पढ़ते हैं और सारा दिन अल्लाह की इबादत करते हैं। रमजान का महीना नेकियों व बड़ा बरकतो का महीना है।इस अवसर पर उन्होंने कुरान व हदीस पर भी प्रकाश डाला। सलातो सलाम रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी प्रवक्ता मौलाना नूर मोहम्मद कादरी ने पढा। सलात के बाद मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी ने सरकारी गाइडलाइन के अनुसार ही लोगों को नमाजे ईदुल फितर अदा कराई!

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रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी के न‌ऐ सरपरस्त व बूंदी शहर के न‌ऐ शहर काजी होंगे मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी
रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी सरपरस्त मरहूम मौलाना निजामुद्दीन साहब शहर क़ाज़ी बूंदी के निधन के बाद से बूंदी शहर काजी का पद और रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी सरपरस्त का पद खाली था उनकेे निधन के बाद बूंदी शहर की कज्जात अब उनके जानशीन नवासे मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी साहब बूंदी की कज्जात संभालेंगे! शहर में जो भी कार्य मरहूम मौलाना निजामुद्दीन साहब किया करते थे अब उनके नवासे वह सभी कार्य करेंगे,
1983 से बूंदी शहर के मुस्लिम समाज की रहबरी मरहूम मौलाना निजामुद्दीन साहब करते आ रहे थे अब उनकी जगह उनके जानशीन (नवासे) मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी साहब करेंगे, ईदगाह में अन्जुमन कमेटी बूंदी की और से न‌ऐ शहर क़ाज़ी बूंदी व रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी के न‌ऐ सरपरस्त मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी साहब की दस्तार बन्दी की और माला पहनाकर स्वागत किया, दस्तार बन्दी डां हाजी फय्याज अली ने अपने हाथों से की, अन्जुमन कमेटी के सदर जाकिर हुसैन कादरी ने कहा कि ‌न‌ऐ शहर क़ाज़ी बूंदी व रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी बूंदी के न‌ऐ सरपरस्त बूंदी से हमें और बूंदी वासियों को काफी उम्मीदें हैं

नमाज़ के बाद मरहूम शहर क़ाज़ी बूंदी मौलाना निज़ामुद्दीन साहब की दरगाह शरीफ पर फुल पेश किय और फातिया पढ़ी,
नमाज़ के बाद न‌ऐ शहर क़ाज़ी बूंदी व रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी के न‌ऐ सरपरस्त मुफ्ती नदीम अख़्तर सका़फी ने मुल्क के सभी लोगों को ईद की मुबारक बात दी
ईस दौरान बड़ी ईदगाह मीरा का बाग़ मे डॉ फय्याज अली, अन्जुमन कमेटी सदर जाकीर हुसैन कादरी, मौलाना टेलर, रूयते-ऐ-हिलाल कमेटी प्रवक्ता मौलाना नूर मोहम्मद, रफीक अब्बासी, मिडिया प्रभारी शाहरुख अत्तारी, मुजीब पठान, मौजूद रहे|

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